गुरुवार, 25 जून 2009

जंगल बाघ, बाबा और बागी का







सतना जिले के बिछियन में दर्जन भर लोगों को जिंदा जलाकर मार देने वाले विंध्य क्षेत्र में सक्रिय डाकू सुंदर पटेल उत्तर प्रदेश और मध्यप्रदेश पुलिस के घेराबंदी के तमाम दावों के बाद भी वह लगातार मोबाइल बदल कर लोगोंम को डरा-धमकाकर अड़ी बाजी कर रहा है। हजारों में नहीं बल्कि लाखों में चौथ वसूल रहा है। मैंने भी पत्रकार के नाते उसके मोबाइल नंबर साक्षात्कार लिया तो उसने धमकी भरे अंदाज में अपने इरादे बताते हुए कहा जंगल बाघ, बाबा और बागी का होता है। सुंदर पटेल से बातचीत के कुछ अंश मैं अपने ब्लॉक पर डाल रहा हूं जिसको सुनकर डाकुओं के विचारों को जान सकेंगे। उसने चर्चा में साफतौर पर धमकाया जंगल सरकार नहीं है। बाघ, बाबा और बागी के जंगल से कुछ भी चीज ले जाओगे को उसके बदले पैसा तो देना होगी। उसने विंध्य क्षेत्र में बाक्साइट खदानों के मालिकों, सड़क के ठेके ले रहे लोगों से चौथ वसूली का सिलसिला बंद नहीं किया है। पुलिस को भी इसकी सूचना मिलती रहती है। हाल ही में उसने सतना के एक बाक्साइट खदान मालिक पर तीन लाख रुपए की अड़ी डाली। सुंदर पटेल मोबाइल पर बात करने के पहले पूरी सतर्कता बरता है और नजर रखता है कि कहीं कोई पुलिस का मुखबिर तो नहीं है। जब मैंने उसके एक मोबाइल नंबर पर कुछ दिन पहले बात की थी तब उसने सीधे फोन नहीं उठाया बल्कि किसी अन्य व्यक्ति ने उसे अटैंड किया। 15-20 मिनट बाद उसी नंबर पर मेरे मोबाइल पर घंटी बजी और दूसरी तरफ से आवाज आई मैं सुंदर पटेल बोल रहा हूं। उसने लगभग 10 मिनट बात की। इस दौरान तत्कालीन सतना एसपी जिनका हाल ही में तबादला हुआ है और एसडीओपी से हुई बातचीत के बारे में बताया। सुंदर े एसपी के हुई गरमा-गरम बहस को लेकर बताया कि उन्होंने थाने से मुझे एक नंबर पर मोबाइल लगाया था। डकैत ने कहा जब उन्होंने धमकाना शुरू किया तो उसने भी उन्हें धमकी भरे अंदाज में कह दिया था कि दम है तो मुझे पकड़कर बता दो। इसी तरह एसडीओपी से भी कमोबेश यही बात हुई क्योंकि वे मेरे रिश्तेदारों और मित्रों को बेवजह परेशान कर रहे थे। एक धार्मिक आयोजन को लेकर उसने बतया कि मेरे रिश्तेदार के आयोजन के खाने में पुलिस वालों ने मिट्टी डलवा दी थी। यह कौन-सी बात है।



- रवींद्र कैलासिया

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