रविवार, 14 जून 2009

क्योंकि चांद भी कभी चंद्रमोहन था .. ..


कहा जाता है कि आसमान में रात को दुधिया रोशनी बिखरने वाले खूबसूरत चांद में दाग है मगर उसी चांद में दाग है यह हरियाणा के चांद के लिए अपमान की बात होगी। वहां के सम्मानित परिवार भजनलाल ने भी एक ऐसे सपूत (?) को जन्म दिया है जिसने उनके परिवार पर दाग लगाया है। चांद कभी अपने प्रेमिका और कथित पत्नी अनुराधा बाली उर्फ फिजा के नाम पर सरेआम भड़क जाते हैं तो कभी उसके घर पहुंचकर रासलीला खेलते हैं। इस पर अभी तक शायद अभिनेता जीतेंद्र की पुत्री एकता कपूर ने गौर नहीं किया नहीं तो वे भी क शब्द का नया धारावाहिक शुरू कर देती। हरियाणा में चांद-फिजा के बीच जो खेल चल रहा है वह समाज में फैलती विकृति का एक उदाहरण है। कुछ दिन पहले चंद्रमोहन उर्फ चांद ने सरेआम कहा था कि फिजा का मेरे सामने नाम लिया तो वे मानहानि का मुकदमा लगा देंगे लेकिन अब वे उसके घर पहुंचकर माफी मांग रहे हैं। कह रहे हैं कि मुझे लोगों ने बहकाया दिया था। तब वे कहते थे कि जो पत्नी अपने पति पर रेप का आरोप लगाए उसके साथ कैसे रह जा सकता है। उन्होंने तब फिजा को अच्छी महिला मानने से इनकार कर दिया था। वहीं अनुराधा बाली उर्फ फिजा ने चांद को घर बुलाकर तमाम पत्रकारों को टीवी के लिए अलग-अलग पोज में तस्वीरें दीं। कुछ दिन पहले चादं मोहम्मद उर्फ चंद्रमोहन ने आरोप लगाया था कि फिजा पब्लिसिटी के लिए यह सब करती है तो फिर वे दोबारा उसके झांसे में कैसे आ गए। इतने लड़ाई झगड़े और गंभीर आरोपों के बाद अब दोनों के प्रेंमी-प्रेमिका जैसे पोज देखकर लगता है कि दोनों नाटक कर रहे हैं। क्या इससे हमारे समाज को जरा भी चोट नहीं पहुंच रही जो दोनों के खिलाफ कोई आवाज नहीं उठ रही?

- रवींद्र कैलासिया

1 टिप्पणी:

फ़ॉलोअर